भुवनेश्वर- ऑस्ट्रेलिया का लगातार तीसरा खिताब जीतने का सपना तोड़ते हुए नीदरलैंड ने सडन डैथ शूटआउट में दुनिया की नंबर एक टीम को 4-3 से हराकर हॉकी विश्व कप फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहाँ रविवार को उसका सामना बेल्जियम से होगा।
क्वार्टरफाइनल में मेजबान भारत को हराने वाली डच टीम ने कलिंगा स्टेडियम पर आखिरी चंद सेकेंड तक 2-1 से बढ़त बनाये रखी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने हूटर से 26 सेकेंड बाकी रहते बराबरी का गोल करके मैच को शूटआउट तक खींचा। इसके साथ ही नीदरलैंड ने ऑस्ट्रेलिया से पिछले विश्व कप फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया। इससे पहले दुनिया की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम ने अपनी ख्याति के अनुरूप जबरदस्ती आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को एकतरफा मुकाबले में 6-0 से हराकर पहली बार फाइनल में प्रवेश कर लिया।
शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया के लिये डेनियल बील, टाम क्रेग और जैक वेटन ने गोल दागे, जबकि एरन जालेवस्की और टिम ब्रांड के निशाने चूक गए। वहीं नीदरलैंड के लिये जेरोन हट्र्सबर्गर, सीव वान सास और वान डैम थिस ने गोल किये, लेकिन मिरको प्रूजर और राबर्ट कैम्परमैन सही निशाना नहीं लगा सके।
इसके बाद सडन डैथ में जेरोन हट्र्सबर्गर ने विजयी गोल दागकर नीदरलैंड को जीत दिलाई, जबकि ऑस्ट्रेलिया के डेनियल बील का निशाना चूक गया। इससे पहले निर्धारित समय में नीदरलैंड के लिये ग्लेन शूरमैन (नौवाँ मिनट) और सीव वान आस (20वाँ मिनट) ने फील्ड गोल दागे। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिये टिम हावर्ड ने 45वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया, जबकि आखिरी मिनट में एडी ओकेंडेन ने शानदार फील्ड गोल करके मैच को शूटआउट में पहुँचाया था।
वहीं पहले सेमीफाइनल में बेल्जियम के लिये टाम बून (आठवाँ मिनट), सिमोन गोगनार्ड (19वाँ), सैड्रिक चार्लियेर (42वाँ), अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स (45 वाँ और 50वाँ) और सेबेस्टियन डोकियेर (53वाँ) ने गोल दागे।
पिछले कुछ साल में विश्व हॉकी में अपना कद तेजी से बढ़ाने के बावजूद किसी बड़े खिताब से महरूम बेल्जियम ने पहले ही मिनट से अपने इरादे जाहिर कर दिये थे। वहीं 1986 की उप-विजेता और पिछले दो विश्व कप में सेमीफाइनल तक पहुँची इंग्लैंड टीम पूरे मैच में दबाव में ही नजर आई।
बेल्जियम के लिये अनुभवी टाम बून ने आठवें की मिनट में बेहतरीन फील्ड गोल करके बढ़त बना ली। दूसरे क्वार्टर में सिमोन गोगनार्ड ने पेनल्टी कॉर्नर पर बढ़त दोगुनी कर दी।
हाफ टाइम तक बेल्जियम टीम 2-0 से आगे थी। इंग्लैंड की टीम कोई गंभीर हमले नहीं बोल सकी और यूरोपीय हॉकी के इस मुकाबले में हर विभाग में बेल्जियम ने उसे उन्नीस साबित कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में बेल्जियम ने दो गोल और करके इंग्लैंड की वापसी के सारे रास्ते बंद कर दिये। पहले सैड्रिक चार्लियर ने 42वें मिनट में फील्ड गोल किया और इस क्वार्टर के आखिरी मिनट में अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने पेनल्टी को तब्दील किया। हेंड्रिक्स ने 50वें मिनट में अपना दूसरा और टीम का पाँचवाँ गोल दागा। वहीं हूटर से सात मिनट पहले सेबेस्टियन डोकियेर ने गोल करके बेल्जियम को बड़ी जीत दिलाई। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया अब तीसरे स्थान के लिये रविवार को आमने-सामने होंगी।
क्वार्टरफाइनल में मेजबान भारत को हराने वाली डच टीम ने कलिंगा स्टेडियम पर आखिरी चंद सेकेंड तक 2-1 से बढ़त बनाये रखी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने हूटर से 26 सेकेंड बाकी रहते बराबरी का गोल करके मैच को शूटआउट तक खींचा। इसके साथ ही नीदरलैंड ने ऑस्ट्रेलिया से पिछले विश्व कप फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया। इससे पहले दुनिया की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम ने अपनी ख्याति के अनुरूप जबरदस्ती आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को एकतरफा मुकाबले में 6-0 से हराकर पहली बार फाइनल में प्रवेश कर लिया।
शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया के लिये डेनियल बील, टाम क्रेग और जैक वेटन ने गोल दागे, जबकि एरन जालेवस्की और टिम ब्रांड के निशाने चूक गए। वहीं नीदरलैंड के लिये जेरोन हट्र्सबर्गर, सीव वान सास और वान डैम थिस ने गोल किये, लेकिन मिरको प्रूजर और राबर्ट कैम्परमैन सही निशाना नहीं लगा सके।
इसके बाद सडन डैथ में जेरोन हट्र्सबर्गर ने विजयी गोल दागकर नीदरलैंड को जीत दिलाई, जबकि ऑस्ट्रेलिया के डेनियल बील का निशाना चूक गया। इससे पहले निर्धारित समय में नीदरलैंड के लिये ग्लेन शूरमैन (नौवाँ मिनट) और सीव वान आस (20वाँ मिनट) ने फील्ड गोल दागे। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिये टिम हावर्ड ने 45वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया, जबकि आखिरी मिनट में एडी ओकेंडेन ने शानदार फील्ड गोल करके मैच को शूटआउट में पहुँचाया था।
वहीं पहले सेमीफाइनल में बेल्जियम के लिये टाम बून (आठवाँ मिनट), सिमोन गोगनार्ड (19वाँ), सैड्रिक चार्लियेर (42वाँ), अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स (45 वाँ और 50वाँ) और सेबेस्टियन डोकियेर (53वाँ) ने गोल दागे।
पिछले कुछ साल में विश्व हॉकी में अपना कद तेजी से बढ़ाने के बावजूद किसी बड़े खिताब से महरूम बेल्जियम ने पहले ही मिनट से अपने इरादे जाहिर कर दिये थे। वहीं 1986 की उप-विजेता और पिछले दो विश्व कप में सेमीफाइनल तक पहुँची इंग्लैंड टीम पूरे मैच में दबाव में ही नजर आई।
बेल्जियम के लिये अनुभवी टाम बून ने आठवें की मिनट में बेहतरीन फील्ड गोल करके बढ़त बना ली। दूसरे क्वार्टर में सिमोन गोगनार्ड ने पेनल्टी कॉर्नर पर बढ़त दोगुनी कर दी।
हाफ टाइम तक बेल्जियम टीम 2-0 से आगे थी। इंग्लैंड की टीम कोई गंभीर हमले नहीं बोल सकी और यूरोपीय हॉकी के इस मुकाबले में हर विभाग में बेल्जियम ने उसे उन्नीस साबित कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में बेल्जियम ने दो गोल और करके इंग्लैंड की वापसी के सारे रास्ते बंद कर दिये। पहले सैड्रिक चार्लियर ने 42वें मिनट में फील्ड गोल किया और इस क्वार्टर के आखिरी मिनट में अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने पेनल्टी को तब्दील किया। हेंड्रिक्स ने 50वें मिनट में अपना दूसरा और टीम का पाँचवाँ गोल दागा। वहीं हूटर से सात मिनट पहले सेबेस्टियन डोकियेर ने गोल करके बेल्जियम को बड़ी जीत दिलाई। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया अब तीसरे स्थान के लिये रविवार को आमने-सामने होंगी।