मुंबई, 4 जुलाई-(भाषा)
सरकार इस बारे में अवगत नहीं है कि बैंक घोटाले के अारोपी नीरव मोदी ने क्या ब्रिटेन में राजनीतिक शरण माँगी है। अाधिकारिक सूत्रों ने अाज यह जानकारी दी। मीडिया की एक खबर में कहा गया था कि नीरव मोदी ने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगी है। एक सूत्र ने कहा कि हम अवगत नहीं हैं कि उसने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण के लिए कहा है। ब्रिटेन ने हमें सूचित नहीं किया है कि उसने वहाँ पर राजनीतिक शरण माँगी है। दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में सीबीअाई को नीरव मोदी की तलाश है।
इंटरपोल सीबीअाई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष परब के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर चुका है। ऐसी खबरें अायी हैं कि नीरव मोदी ने पिछले कुछ हफ्तों में ब्रिटेन, फ्रांस और बेल्जियम की यात्रा की। सूत्रों ने बताया कि विदेशों में भारतीय मिशन ने स्थानीय सरकारों को नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के बारे में बताया है।
मुंबई में एक विशेष अदालत में सीबीअाई द्वारा दाखिल किये गए अारोप-पत्र और न्यायाधीश जे.सी. जगदले द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के अाधार पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस (अारसीएन) जारी किया। भगोड़े के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस में इंटरपोल ने अपने 192 सदस्य देशों से शख्स की मौजूदगी पर उसे गिरफ्तार करने या हिरासत में लेने को कहा है। इसके बाद प्रत्यर्पण या वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। विदेश मंत्रालय ने यूरोप के कई देशों को पत्र लिखकर नीरव मोदी की तलाश में मदद करने का अनुरोध किया है।
सरकार इस बारे में अवगत नहीं है कि बैंक घोटाले के अारोपी नीरव मोदी ने क्या ब्रिटेन में राजनीतिक शरण माँगी है। अाधिकारिक सूत्रों ने अाज यह जानकारी दी। मीडिया की एक खबर में कहा गया था कि नीरव मोदी ने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगी है। एक सूत्र ने कहा कि हम अवगत नहीं हैं कि उसने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण के लिए कहा है। ब्रिटेन ने हमें सूचित नहीं किया है कि उसने वहाँ पर राजनीतिक शरण माँगी है। दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में सीबीअाई को नीरव मोदी की तलाश है।
इंटरपोल सीबीअाई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष परब के खिलाफ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर चुका है। ऐसी खबरें अायी हैं कि नीरव मोदी ने पिछले कुछ हफ्तों में ब्रिटेन, फ्रांस और बेल्जियम की यात्रा की। सूत्रों ने बताया कि विदेशों में भारतीय मिशन ने स्थानीय सरकारों को नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के बारे में बताया है।
मुंबई में एक विशेष अदालत में सीबीअाई द्वारा दाखिल किये गए अारोप-पत्र और न्यायाधीश जे.सी. जगदले द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के अाधार पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस (अारसीएन) जारी किया। भगोड़े के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस में इंटरपोल ने अपने 192 सदस्य देशों से शख्स की मौजूदगी पर उसे गिरफ्तार करने या हिरासत में लेने को कहा है। इसके बाद प्रत्यर्पण या वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। विदेश मंत्रालय ने यूरोप के कई देशों को पत्र लिखकर नीरव मोदी की तलाश में मदद करने का अनुरोध किया है।