नई दिल्ली, 21 अगस्त-(भाषा)
पेट्रोल और डीजल को निकट भविष्य में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। इसकी प्रमुख वजह राज्य और केंद्र सरकारों का इसके पक्ष में नहीं होना है, क्योंकि उन्हें राजस्व नुकसान होने का डर है। एक शीर्ष सूत्र ने यह जानकारी दी। पिछले साल जब जुलाई में जीएसटी को लागू किया गया था तब पाँच पेट्रो उत्पादों को इसके दायरे से बाहर रखा गया था। यह उत्पाद पेट्रोल, डीजल, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और विमान ईंधन (एटीएफ) हैं।
पेट्रोल और डीजल को निकट भविष्य में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। इसकी प्रमुख वजह राज्य और केंद्र सरकारों का इसके पक्ष में नहीं होना है, क्योंकि उन्हें राजस्व नुकसान होने का डर है। एक शीर्ष सूत्र ने यह जानकारी दी। पिछले साल जब जुलाई में जीएसटी को लागू किया गया था तब पाँच पेट्रो उत्पादों को इसके दायरे से बाहर रखा गया था। यह उत्पाद पेट्रोल, डीजल, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और विमान ईंधन (एटीएफ) हैं।