विजयवड़ा, 29 जून-(मिलाप डेस्क)
छात्रा के स्कूल छोड़ दिये जाने के बाद अध्यापक और स्कूल के छात्र उक्त छात्रा के घर के पास धरने पर बैठ गये और तब तक धरना देते रहे, जब तक उसके अभिभावक उसे स्कूल भेजने के लिए राजी नहीं हुए। यह घटना के.गंगवरम मंडल के अामजूरू गाँव में घटी। घटना के बारे में बताया जाता है कि गाँव की रहने वली दुर्गा भवनी पामुरूच्च विद्यालय में सातवीं कक्षा तक पढ़ाई की। बाद में उसने आठवीं कक्षा में दाखिला लिया। कुछ दिनों के बाद उसने स्कूल अाना छोड़ दिया। जब अभिभावकों से इस बारे में की गई तो पता चला कि वह स्कूल छोड़कर काम पर जा रही है। इससे शुक्रवर को स्कूल के अध्यापक कुछ छात्रों को लेकर दुर्गाभवनी के घर पहुँचे और धरने पर बैठ गये। उन्होंने माँग की कि जब तक दुर्गा भवनी को स्कूल नहीं भेजा जाता है तब तक वे वहाँ से नहीं हटेंगे। अाखिरकार दुर्गा भवनी के माता-पिता ने हार मानकर अपनी बेटी को स्कूल भेजने का अाश्वासन दिया।
छात्रा के स्कूल छोड़ दिये जाने के बाद अध्यापक और स्कूल के छात्र उक्त छात्रा के घर के पास धरने पर बैठ गये और तब तक धरना देते रहे, जब तक उसके अभिभावक उसे स्कूल भेजने के लिए राजी नहीं हुए। यह घटना के.गंगवरम मंडल के अामजूरू गाँव में घटी। घटना के बारे में बताया जाता है कि गाँव की रहने वली दुर्गा भवनी पामुरूच्च विद्यालय में सातवीं कक्षा तक पढ़ाई की। बाद में उसने आठवीं कक्षा में दाखिला लिया। कुछ दिनों के बाद उसने स्कूल अाना छोड़ दिया। जब अभिभावकों से इस बारे में की गई तो पता चला कि वह स्कूल छोड़कर काम पर जा रही है। इससे शुक्रवर को स्कूल के अध्यापक कुछ छात्रों को लेकर दुर्गाभवनी के घर पहुँचे और धरने पर बैठ गये। उन्होंने माँग की कि जब तक दुर्गा भवनी को स्कूल नहीं भेजा जाता है तब तक वे वहाँ से नहीं हटेंगे। अाखिरकार दुर्गा भवनी के माता-पिता ने हार मानकर अपनी बेटी को स्कूल भेजने का अाश्वासन दिया।