बेगम पेट एयरपोर्ट पर सिविल एविएशन रिसर्च अॉर्गनाइजेशन के भवन निर्माण की अाधारशीला रखते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु। साथ में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिकंदराबाद सांसद बंडारू दत्तात्रेय, मल्काजगिरी सांसद मल्लारेड्डी, डॉ. राजीव शर्मा व अन्य। (फोटो : मिलाप)
सिविल एविएशन रिसर्च अॉर्गनाइजेशन की रखी गई अाधारशिला
हैदराबाद, 5 जुलाई (श्रद्धा विजयलक्ष्मी)उड्डयन क्षेत्र में शोध तथा अनुसंधान को प्रोत्साहन देने हेतु बेगमपेट एयरपोर्ट पर निर्मित होने वाले सिविल एविएशन रिसर्च अॉर्गनाइजेशन (कारो) की अाधारशिला अाज केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा रखी गई। अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिकंदराबाद सासंद बंडारू दत्तात्रेय, सांसद मल्ला रेड्डी समेत भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारी उपस्थित थे। कारो का प्रथम चरण अाने वाले 18 माह में 27 एकड़ के क्षेत्र में लगभग 250 करोड़ की लागत से पूरा होगा।
बेगमपेट एयरपोर्ट पर अायोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि अाज का अायोजन उड्डयन क्षेत्र के विकास में मील के पत्थर के समान है। इस संस्थान की स्थापना से उड्डयन क्षेत्र में विविध प्रकार के अनुसंधानों को प्रोत्साहन तथा अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा को अामजन की पहुँच के भीतर तथा सुविधाजक होना चाहिए। इसके लिये एक सुनिश्चित विजन तथा रोडमैप की अावश्यकता है, जिसके लिये सरकार द्वारा अावश्यक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अाने वाले समय में भारत विश्व में उड्डयन के क्षेत्र में तीसरे स्थान पर होगा।
माँग के अनुसार सेवा उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी भी चीज की खोज के लिये शोध तथा अनुसंधान की अावश्यकता होती है, जिससे भविष्यगामी विकास का मार्ग प्रशस्त हो। साथ ही माँग तथा उपलब्ध स्रोतों के अनुसार सेवाअों को उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने अाशा व्यक्त करते हुए कहा कि सिविल एविएशन रिसर्च अॉर्गनाइजेशन के माध्यम से भविष्य में कई प्रकार की नई संभावनाअों तथा विकास के अायाम सामने अाएँगे। साथ ही उड्डयन क्षेत्र की अावश्यताअों की पूर्ति में भी सहयोग प्राप्त होगा। उड्डयन मंत्रालय के सचिव अार.एन.चौबे ने सिविल एविएशन रिसर्च अार्गनाइजेशन की स्थापना का स्वागत करते हुए कहा कि इस क्षेत्र का देश में तेजी से विकास हो रहा है। पिछले चार सालों में उड्डयन क्षेत्र में प्रतिमाह बीस प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि सिंतबर माह से इस पर अाधारित एक अधिवेशन का भी अायोजन प्रस्तावित है।अार.एन. चौबे ने कहा कि वर्तमान में रेलवे तथा उड्डयन दोनों अाय के मामलें में लगभग एक समान हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस प्रकार देश में इस क्षेत्र का विकास हो रहा है। उड़ान जैसी योजनाअों के चलते इसमें निरंतर वृद्धि दर्ज हो रही है। उन्होंने कहा कि अांकड़ों के अनुसार इस क्षेत्र में हर पाँच साल में दोगुनी वृद्धि होगी, जिसके चलते कई प्रकार की बुनियादी चुनौतियाँ भी अाएँगी। इससे निपटने के लिये सतत तैयार रहना होगा। उन्होंने अाशा व्यक्त की कि सिविल एविएशन रिसर्च अॉर्गनाइजेशन इस संदर्भ में अपनी उल्लेखनीय भूमिका का निर्वहन करते हुए चुनौतियों का समाधान देगा। अवसर पर तेलंगाना सरकार के मुख्य परामर्शदाता डॉ. राजीव शर्मा, अनुज अग्रवाल, ए.के. दत्ता, डॉ. बाला भारद्वाज, अक्षय बिलारे व अन्य ने अपने विचार रखे।