होटल एवं रेस्तरां प्रबंधकों को प्लास्टिक का उपयोग न करने का सुझाव
हैदराबाद, 3 जुलाई-(एफ एम सलीम)शहर के स्कूलों, खेल मैदानों, सब्ज़ी बाज़ारों सहित विभिन्न स्थानों पर अाज विद्यार्थियों, अधिकारियों एवं अाम नागरिकों ने शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के लिए प्रतिज्ञा ली।
अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग प्रतिबंध दिवस के उपलक्ष्य में अाज शहर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का अायोजन किया गया। सिकंदराबाद स्थित सेंट पैट्रिक स्कूल में अायोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए जीएचएमसी अायुक्त बी. जनार्दन रेड्डी ने विद्यार्थियों का अाह्वान किया कि वे प्लास्टिक के उपयोग से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को ध्यान में रखते हुए अपने घर-परिवार और पास पड़ोस में जागरूकता लाएँ। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा के रोज़मर्रा के जीवन में प्लास्टिक बैगों के उपयोग को हतोत्साहित करते हुए जूट एवं अन्य विकल्पों पर ध्यान दें।
प्लास्टिक से बनी चम्मच, ग्लास और कटोरियों का न हो उपयोग
अायुक्त ने बताया कि हैदराबाद में हर दिन 500 मैट्रिक टन प्लास्टिक कचरा पैदा हो रहा है, जिसमें से 10 से 15 प्रतिशत प्लास्टिक ही रिसाइकिल किया जा सकता है। रिसाइकिल न होने वाले प्लास्टिक से वर्षा जल के बहाव और भूगर्भ जल दोनों को खतरा है। अायुक्त ने कहा कि जो संस्थाएँ या प्रतिष्ठान अधिक कचरा पैदा कर रही हैं, उन्हें कंपोस्ट केंद्र भी स्थापित करने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से बनी चम्मच, ग्लास और कटोरियों का उपयोग तत्काल बंद किया जाना चाहिए। अायुक्त ने बताया कि उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए होटल, रेस्तरां, तथा फंक्शन हॉल प्रबंधकों के साथ बैठकें की हैं, जिसमें डीमार्ट, अनिल ट्रेडिंग कंपनी, बसेरा होटल, शाह ग़ौस, पिस्ता हाउस, ताज ग्रुप अॉफ होटल्स एवं कराची बेकरी समूह के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अवसर पर अतिरिक्त अायुक्त मुशर्रफ अली, सिक्ता पटनायक, श्रुति ओझा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इसके अलावा एल.बी. नगर इंडोर स्टेडियम में भी कार्यक्रम का अायोजन किया गया, जहाँ निगमीय अधिकारियों के साथ स्थानीय विधायक अार. कृष्णैया ने भाग लिया। कार्यक्रम में सब्जी मार्केटों में सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने तथा जूट व कपड़े से बने बैग के उपयोग पर ज़ोर दिया गया।
शहर में विभिन्न स्थानों पर निकाली गयी रैलियाँ
जीएचएमसी के कर्मचारियों ने अाज शहर में विभिन्न स्थानों पर प्लास्टिक का उपयोग न करने की पट्टियों के साथ रैलियाँ निकालकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। इसके अलावा पार्कों में सुबह की सैर करने अाए लोगों को भी जागरूक किया गया। विशेषकर प्लास्टिक के उपयोग से मच्छरों के प्रजनन की समस्या बढ़ने की जानकारी लोगों को दी गयी।