हैदराबाद, 5 जून
पर्यावरण दिवस के अवसर पर अाज मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पर्यावरण प्रेमियों तथा हरित कार्यक्रम को प्रोत्साहन देने वालों को शुभकामनाएँ दी। अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि धन-दौलत चाहे कितनी ही रहे, सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य ही है। उन्होंने कहा कि भविष्य की पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण देना ही उनका लक्ष्य है। इसी के अंतर्गत हरित हारम कार्यक्रम अायोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वभर के पर्यावरण में विभिन्न परिवर्तन अा रहे हैं। विश्वभर में हो रहे इन परिवर्तनों का प्रभाव हम पर भी पड़ेगा। प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुअों का उपयोग करने से हमें परहेज़ करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग करने से पर्यावरण को होने वाली हानि के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से होने वाले दुष्परिणाम के मामले में हमें किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहिए। प्रदूषणरहित वातावरण, स्वच्छ जल तथा अाहार भविष्य की पीढ़ी तक पहुँचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से ही हरित हारम कार्यक्रम अारंभ किया गया। पौधारोपण करने और पौधों का संरक्षण करने से अच्छे परिणाम मिलेंगे। भविष्य की पीढ़ी के लिए पौधारोपण करने की सोच सभी में अानी चाहिए। जन भागीदारी से ही हरित हारम कार्यक्रम सफल होगा। उन्होंने अागामी जुलाई के महीने में अायोजित होने वाले हरित हारम कार्यक्रम के चौथे चरण में भागीदार बनने की अपील राज्य के लोगों से की। उन्होंने हरित हारम के दौरान लगाये गये सभी पौधों के संरक्षण के लिए अावश्यक कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा वनीकरण के लिए उठाये जा रहे कदमों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर अाज मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पर्यावरण प्रेमियों तथा हरित कार्यक्रम को प्रोत्साहन देने वालों को शुभकामनाएँ दी। अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि धन-दौलत चाहे कितनी ही रहे, सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य ही है। उन्होंने कहा कि भविष्य की पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण देना ही उनका लक्ष्य है। इसी के अंतर्गत हरित हारम कार्यक्रम अायोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वभर के पर्यावरण में विभिन्न परिवर्तन अा रहे हैं। विश्वभर में हो रहे इन परिवर्तनों का प्रभाव हम पर भी पड़ेगा। प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुअों का उपयोग करने से हमें परहेज़ करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग करने से पर्यावरण को होने वाली हानि के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से होने वाले दुष्परिणाम के मामले में हमें किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहिए। प्रदूषणरहित वातावरण, स्वच्छ जल तथा अाहार भविष्य की पीढ़ी तक पहुँचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य को हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से ही हरित हारम कार्यक्रम अारंभ किया गया। पौधारोपण करने और पौधों का संरक्षण करने से अच्छे परिणाम मिलेंगे। भविष्य की पीढ़ी के लिए पौधारोपण करने की सोच सभी में अानी चाहिए। जन भागीदारी से ही हरित हारम कार्यक्रम सफल होगा। उन्होंने अागामी जुलाई के महीने में अायोजित होने वाले हरित हारम कार्यक्रम के चौथे चरण में भागीदार बनने की अपील राज्य के लोगों से की। उन्होंने हरित हारम के दौरान लगाये गये सभी पौधों के संरक्षण के लिए अावश्यक कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा वनीकरण के लिए उठाये जा रहे कदमों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।