हैदराबाद, 1 जुलाई-(मिलाप ब्यूरो)
विहंगम योग संस्थान के तत्वावधान में अाज सैदाबाद स्थित अाश्रम में स्वागत गान, मंगल गान, स्वर्वेद पाठ एवं ध्यान साधना के साथ सत्संग का अायोजन किया गया।
अवसर पर ज्ञान चर्चा में कहा गया कि मन अात्मा का परम शत्रु है। मन चंचल और असंयमित रहता है। इसे संयमित किये बिना अात्मा को नहीं जाना जा सकता है। मन को नियंत्रित और निर्मल करने के लिए विहंगम योग साधना उचित माध्यम है। सत्संग का समापन गुरू वंदना, अारती, शांति पाठ व प्रसाद वितरण के साथ हुअा। हरि विद्यार्थी, विनोद कुमार अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, पवन जैन, महेश दुबे, सुभाष अग्रवाल, काशीराम, देवेंदर अग्रवाल, सुशील अन्ने, हरिचंद बजाज, रमाकांत अग्रवाल, राधेश्याम राठी, सालिगराम अग्रवाल, सरस्वती देवी, इंद्राणी ठाकुर, सुमित्राबाई अादि ने सत्संग में हिस्सा लिया। संत कबीर के परकटय दिवस के उपलक्ष्य में गत गुरूवार को अाश्रम में शिव शांति वैदिक महामंत्र कार्यक्रम का अायोजन किया गया। अवसर पर वक्ताअों ने कबीर की महिमा का गुणगान किया।
विहंगम योग संस्थान के तत्वावधान में अाज सैदाबाद स्थित अाश्रम में स्वागत गान, मंगल गान, स्वर्वेद पाठ एवं ध्यान साधना के साथ सत्संग का अायोजन किया गया।
अवसर पर ज्ञान चर्चा में कहा गया कि मन अात्मा का परम शत्रु है। मन चंचल और असंयमित रहता है। इसे संयमित किये बिना अात्मा को नहीं जाना जा सकता है। मन को नियंत्रित और निर्मल करने के लिए विहंगम योग साधना उचित माध्यम है। सत्संग का समापन गुरू वंदना, अारती, शांति पाठ व प्रसाद वितरण के साथ हुअा। हरि विद्यार्थी, विनोद कुमार अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, पवन जैन, महेश दुबे, सुभाष अग्रवाल, काशीराम, देवेंदर अग्रवाल, सुशील अन्ने, हरिचंद बजाज, रमाकांत अग्रवाल, राधेश्याम राठी, सालिगराम अग्रवाल, सरस्वती देवी, इंद्राणी ठाकुर, सुमित्राबाई अादि ने सत्संग में हिस्सा लिया। संत कबीर के परकटय दिवस के उपलक्ष्य में गत गुरूवार को अाश्रम में शिव शांति वैदिक महामंत्र कार्यक्रम का अायोजन किया गया। अवसर पर वक्ताअों ने कबीर की महिमा का गुणगान किया।