नई दिल्ली, 4 जुलाई-(भाषा)
सोशल मीडिया मंचों के जरिए भ्रामक सूचनाएँ फैलाए जाने से चिंतित सरकार ने अाज कहा कि लोगों को भड़काने वाले फर्जी संदेशों के अादान-प्रदान में व्हाट्सऐप का दुरूपयोग अस्वीकार्य है। सरकार का कहना है कि भारतीय बाजारों से भारी मुनाफा कमा रही प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए इस तरह की सामग्री को पकड़ने वाला समाधान ढूँढ़ना ज्यादा पेचीदा नहीं हो सकता। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अाज यहाँ यह बात कही और व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया मंचों से ज्यादा जवाबदेही पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि संदेशों के अादान-प्रदान के इस मंच के संस्थापक के रूप में व्हाटसएप अपनी जिम्मेदारी व दायित्वों से बच नहीं सकता। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कुछ जगह लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने की घटनाएँ हुईं।
इसके लिए व्हाट्सऐप के जरिए फैलाए गए भड़काऊ संदेशों को जिम्मेदार बताया जा रहा है। सरकार ने कल ही इस बारे में व्हाटसऐप को नोटिस जारी किया। मंत्री ने कहा कि व्हाटसऐप को यह मानना होगा कि भारत उनके लिए बड़ा बाजार है और वे अपने भारतीय परिचालन से अच्छी कमाई कर रही हैं। इसलिए उन्हें विशेष रूप से भारत में सुरक्षा पहलू पर ध्यान देना होगा और इसके लिए उन्हें कुछ और उपाय करने पड़ें, तो उन्हें करना होगा। उन्होंने कहा कि किसी मुद्दे विशेष से जुड़े संदेशों के व्यापक अादान-प्रदान को चिह्नित करना कोई पेचीदा काम नहीं हो सकता। प्रसाद ने यहाँ एक कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि भारतीय बाजार से वाणिज्यिक मुनाफा कमा रही व्हाट्सऐप जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को जवाबदेह व सतर्क रहना होगा, ताकि उनके मंच का दुरूपयोग खतरनाक व भड़काऊ संदेश फैलाने में नहीं किया जा सके।
उन्होंने व्हाटसऐप से कहा कि वह इस बारे में अाईटी विभाग, गृह मंत्रालय तथा पुलिस के साथ मिलकर काम करे। सरकार ने कल ही इस लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप को चेतावनी जारी की और कहा कि वह गैर जिम्मेदाराना व भड़काऊ संदेशों का प्रसार रोकने के लिए उपाय करे। वहीं व्हाटसऐप ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि फर्जी समाचारों व भ्रामक सूचनाअों पर लगाम लगाने का काम तो सरकार, नागरिक समाज व प्रौद्योगिकी कंपनियाँ मिलकर ही कर सकती हैं। कंपनी ने अपने मंच का दुरूपयोग रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी है।
सोशल मीडिया मंचों के जरिए भ्रामक सूचनाएँ फैलाए जाने से चिंतित सरकार ने अाज कहा कि लोगों को भड़काने वाले फर्जी संदेशों के अादान-प्रदान में व्हाट्सऐप का दुरूपयोग अस्वीकार्य है। सरकार का कहना है कि भारतीय बाजारों से भारी मुनाफा कमा रही प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए इस तरह की सामग्री को पकड़ने वाला समाधान ढूँढ़ना ज्यादा पेचीदा नहीं हो सकता। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अाज यहाँ यह बात कही और व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया मंचों से ज्यादा जवाबदेही पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि संदेशों के अादान-प्रदान के इस मंच के संस्थापक के रूप में व्हाटसएप अपनी जिम्मेदारी व दायित्वों से बच नहीं सकता। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कुछ जगह लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने की घटनाएँ हुईं।
इसके लिए व्हाट्सऐप के जरिए फैलाए गए भड़काऊ संदेशों को जिम्मेदार बताया जा रहा है। सरकार ने कल ही इस बारे में व्हाटसऐप को नोटिस जारी किया। मंत्री ने कहा कि व्हाटसऐप को यह मानना होगा कि भारत उनके लिए बड़ा बाजार है और वे अपने भारतीय परिचालन से अच्छी कमाई कर रही हैं। इसलिए उन्हें विशेष रूप से भारत में सुरक्षा पहलू पर ध्यान देना होगा और इसके लिए उन्हें कुछ और उपाय करने पड़ें, तो उन्हें करना होगा। उन्होंने कहा कि किसी मुद्दे विशेष से जुड़े संदेशों के व्यापक अादान-प्रदान को चिह्नित करना कोई पेचीदा काम नहीं हो सकता। प्रसाद ने यहाँ एक कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि भारतीय बाजार से वाणिज्यिक मुनाफा कमा रही व्हाट्सऐप जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को जवाबदेह व सतर्क रहना होगा, ताकि उनके मंच का दुरूपयोग खतरनाक व भड़काऊ संदेश फैलाने में नहीं किया जा सके।
उन्होंने व्हाटसऐप से कहा कि वह इस बारे में अाईटी विभाग, गृह मंत्रालय तथा पुलिस के साथ मिलकर काम करे। सरकार ने कल ही इस लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप को चेतावनी जारी की और कहा कि वह गैर जिम्मेदाराना व भड़काऊ संदेशों का प्रसार रोकने के लिए उपाय करे। वहीं व्हाटसऐप ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि फर्जी समाचारों व भ्रामक सूचनाअों पर लगाम लगाने का काम तो सरकार, नागरिक समाज व प्रौद्योगिकी कंपनियाँ मिलकर ही कर सकती हैं। कंपनी ने अपने मंच का दुरूपयोग रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी है।